Swami Vivekanand Ke Anmol Vichar:- स्वामी विवेकानंदजी एक अध्यात्म गुरु और समाज सुधारक थे. प्रेरणा के अपार श्रोत स्वामी विवेकानंद जी की कही हुई एक-एक बात हमें उर्जा से भर देते हैं. उन्होंने ने अपनी अल्प आयु में ही भारत सहित पुरे विश्व में अपना एक अलग छाप छोड़ दी. शिकागो में दिया गया उनका भाषण आज भी लोकप्रिय है.
स्वामी विवेकानंद के अनमोल विचार | Swami Vivekanand Ke Anmol Vichar
स्वामी विवेकानंद कर्म पर भरोसा करने वाले ऐसे महापुरुष थे जिन्होंने अपने अध्यात्मिक और धार्मिक ज्ञान से पुरे संसार को प्रेरणा दी.
शिकागो में आयोजित धर्म सम्मेलन में स्वामी जी ने अपने भाषण से "हिन्दू धर्म" का प्रतिनिधित्व किया और अपने ज्ञानमय भाषण से सभी को प्रभावित किया.
स्वामी विवेकानंद अपने जीवन का एक-एक क्षण समाज सेवा में लगते थे और ऐसा ही करने के लिए दूसरों को भी प्रेरित करते थे. तो आइये आज हम इस महापुरुष के अनमोल विचार को जानते हैं.
स्वामी विवेकानंद के महान विचार(Swami Vivekanand Ke Mahan Vichar) जानने से पहले उनकी संक्षिप्त जीवनी को जानते हैं -
स्वामी विवेकानंद के जीवनी
स्वामीजी का जन्म 12 जनवरी 1863 को कलकाता (पश्चिम बंगाल) में हुआ था. इनका बचपन का "नरोतम दत्त" था. गुरु रामकृष्ण परमहंस जी ने इन्हें "स्वामी विवेकानंद" का नाम दिया. स्वामीजी ने अमेरिका और यूरोप में वेदांत दर्शन का प्रचार-प्रसार किया , शिकागो में दिया गया इनका भाषण विश्व प्रसिद्ध है , इसके माध्यम से स्वामीजी ने पूरी दुनिया में भारत और हिदुत्व का प्रचम लहरा दिया था.अपने समाज सेवा कार्य के लिए स्वामीजी ने अपने गुरु श्री रामकृष्ण परमहंस के नाम से रामकृष्ण मिशन की स्थापना की जो आज भी समाज सेवा कार्य कर रहे हैं.
स्वामी विवेकानंद के ज्ञानमय विचार (Swami Vivekanand Inspiring Thought In Hindi)
1. उठो , जागो और तब तक रुको नहीं जब तब लक्ष्य प्राप्त न हो जाये.
___स्वामी विवेकानंद
2. एक शब्द में , यह आदर्श है की तुम परमात्मा हो.
___स्वामी विवेकानंद
3. उस व्यक्ति ने अमरत्व को प्राप्त कर लिया जो किसी सांसारिक वस्तु से व्याकुल नहीं होता है.
___स्वामी विवेकानंद
4. जब तक आप खुद पर विश्वास नहीं करते तब तक आप भगवान पर विश्वास नहीं कर सकते.
5. विश्व एक व्यायामशाला है जहाँ हम खुद को मजबूत बनाने के लिए आते है.
___स्वामी विवेकानंद
6. हम जितना ज्यादा बाहर जायेंगे और दूसरों का भला करेंगे , हमारा ह्रदय उतना ही शुद्ध होगा और परमात्मा उसमें बसेंगे.
___स्वामी विवेकानंद
7. खुद को कमजोर समझना सबसे बड़ा पाप है.
___स्वामी विवेकानंद
8. बाहरी स्वभाव केवल अंदरूनी स्वभाव का बड़ा रूप है.
___स्वामी विवेकानंद
9. दिल और दिमाग के टकराव में केवल "दिल"की सुनो.
___स्वामी विवेकानंद
10. यदि हम ईस्वर को अपने ह्रदय में और प्रत्येक जीवित प्राणी में नहीं देख सकते , तो हम खोजने कहाँ जाये .
___स्वामी विवेकानंद
स्वामी विवेकानंद के 50 ज्ञानमय विचार
11. "जब तक जीना है तब तक सीखना है" , अनुभव ही दुनिया में सर्वश्रेठ शिक्षक है.
___स्वामी विवेकानंद
12. जो अग्नि हमें गर्मी देती है , वही अग्नि हमें नष्ट भी कर सकती है, यह अग्नि का दोष नहीं है.
___स्वामी विवेकानंद
13. चिंतन करो , चिता नहीं , नए विचारों को जन्म दो.
___स्वामी विवेकानंद
14. ब्रह्माण्ड की सारी शक्तियाँ पहले से हमारी है , वो हम ही है जो अपने आँखों पर हाथ रख लेते हैं और फिर रोते हैं की कितना अँधेरा है.
___स्वामी विवेकानंद
15. जिस प्रकार विभिन्न श्रोतों से उत्पन धाराएँ अपना जल समुन्द्र में मिला देती है , उसी मनुष्य के द्वारा चुना हर मार्ग , चाहे अच्छा या बुरा भगवान तक जाता है.
___स्वामी विवेकानंद
16. अगर धन किसी की अच्छाई करने में मदद करें , तो इसका कुछ मूल्य है , अन्यथा , यह सिर्फ बुराइयों का एक ढेर है , और इससे जितना जल्दी छुटकारा मिल जाये उतना बेहतर है.
___स्वामी विवेकानंद
17. सत्य हजारों तरीके से बताया जा सकता है , फिर भी हर एक सत्य ही होगा.
___स्वामी विवेकानंद
18. तुम्हें अन्दर से बाहर की तरफ विकसित होना है , कोई तुम्हे पढ़ा नहीं सकता , कोई तुम्हे अध्यात्मिक नहीं बना सकता. तुम्हारी आत्मा के आलावा कोई और गुरु नहीं है.
___स्वामी विवेकानंद
19. शक्ति जीवन है , निर्बलता मृत्यु है. विस्तार जीवन है , संकुचन मृत्यु है. प्रेम जीवन है , द्वेष मृत्यु है.
___स्वामी विवेकानंद
20. किसी दिन , यदि आपके सामने कोई समस्या न आये - तो आप सुनिश्चित कार सकते हैं की आप गलत मार्ग पर चल रहे हैं.
___स्वामी विवेकानंद
स्वामी विवेकानंद के सुविचार - Swami Vivekanand Quotes in Hindi
21. स्वतंत्र रहने का साहस करो. जहाँ तक तुम्हारे विचार जा सकते हैं वहाँ तक जाने का साहस करो , उन्हें अपने जीवन में उतारने का साहस करो.
___स्वामी विवेकानंद
22. सबसे बड़ा धर्म है अपने स्वभाव के प्रति सच्चे होना . स्वंय पर विश्वास करो.
___स्वामी विवेकानंद
23. बस वही जीते हैं , जो दूसरों के लिए जीते हैं.
___स्वामी विवेकानंद
24. एक समय में सिर्फ एक काम करो और ऐसा करते समय अपनी पूरी आत्मा उसमें लगा दो , बांकी सब कुछ भूल जाओ.
___स्वामी विवेकानंद
25. कुछ मत पूछो , बदले में कुछ मत मांगो . जो देना है वो दो , वो तुम तक वापस आएगा , पर उसके बारे में अभी मत सोचो.
___स्वामी विवेकानंद
26. जो तुम सोचते हो वो हो जायेगा . यदि तुम खुद को कमजोर सोचते हो , तुम कमजोर हो जाओगे , अगर खुद को ताकतवर सोचते हो , तुम ताकतवर हो जाओगे.
___स्वामी विवेकानंद
27. मनुष्य की सेवा करो . भगवान की सेवा करो.
___स्वामी विवेकानंद
28. मस्तिष्क की शक्तियाँ सूर्य के किरणों के समान है. जब वो केन्द्रित होती है , तो चमक उठती है.
___स्वामी विवेकानंद
29. आकांक्षा , अज्ञानता और असमानता - यह बंधन की त्रिमुर्तियाँ है.
___स्वामी विवेकानंद
30. धन्य है वो लोग जिनका शरीर दूसरों की सेवा में नष्ट हो जाते हैं.
___स्वामी विवेकानंद
स्वामी विवेकानंद के अनमोल कथन - Swami Vivekanand Inspiring Thoughts In Hindi
31. जो कुछ भी तुमको कमजोर बनाता है - शारीरिक , बौद्धिक या मानसिक उसे जहर की तरफ त्याग दो.
___स्वामी विवेकानंद
32. सच्ची सफलता और आनंद का सबसे बड़ा रहस्य यह है - वह पुरुष या स्त्री जो बदले में कुछ नहीं मांगता. पूर्ण रूप से निःस्वार्थ व्यक्ति , सबसे सफल है.
___स्वामी विवेकानंद
33. हम जो बोते हैं उसे काटते हैं . हम स्वंय अपने भाग्य के निर्माता हैं.
___स्वामी विवेकानंद
34. अपने इरादे को मजबूत रखो . लोग जी कहते हैं उन्हें कहने दो , एक दिन वही लोग तुम्हारा गुणगान करेंगे.
___स्वामी विवेकानंद
35. जो किस्मत पर भरोसा करते हैं वो कायर होते हैं , जो अपनी किस्मत खुद लिखते हैं वो मजबूत होते हैं.
___स्वामी विवेकानंद
36. पवित्रता , धेर्य और दृढ़ता ये तीनो सफलता के लिए अति आवश्यक है.
___स्वामी विवेकानंद
37. महान कार्य के लिए महान त्याग करने पड़ते हैं.
___स्वामी विवेकानंद
38. सच्चाई के लिए कुछ भी छोड़ देना चाहिए लेकिन किसी के लिए सच्चाई नहीं छोड़नी चाहिए.
___स्वामी विवेकानंद
39. जब आप व्यस्त होते हैं तो सबकुछ आसान लगता है परन्तु आलसी होने पर कुछ भी आसान नहीं लगता है.
40. संघर्ष करना जितना कठिन होगा , जित उतनी ही शानदार होगी.
___स्वामी विवेकानंद
Mahan Vichar | Swami Vivekanand Ke Anmol Vichar
41. यदि आप मुझे पसंद करते हैं तो मैं आपके दिल में हूँ , यदि आप मुझे नफरत करते हैं तो मैं आपके मन में हूँ.
___स्वामी विवेकानंद
42. संभव की सीमा को जानने का सबसे आसान उपाय है असंभव की सीमा से आगे निकल जाओ.
___स्वामी विवेकानंद
43. हजारों ठोकरें खाने के बाद ही एक अच्छे चरित्र का निर्माण होता है.
___स्वामी विवेकानंद
44. बार-बार भगवान का नाम लेने से कोई व्यक्ति धार्मिक नहीं होता है, जो सत्यकर्म करता है वही धार्मिक होता है.
___स्वामी विवेकानंद
45. मैंने भगवान से शक्ति मांगी उन्होंने मुझे मुश्किल हालत में डाल दिया.
___स्वामी विवेकानंद
46. समय का पाबंध होना , लोगों पर आपके विश्वास को बढाता है.
___स्वामी विवेकानंद
47. आप जोखिम लेने से भयभीत न हो , यदि आप जीतते हैं , तो आप नेतृत्व करते हैं , यदि आप हारते हैं , तो आप दूसरों का मार्गदर्शन करते हैं.
___स्वामी विवेकानंद
48. यह कभी मत कहो की "मैं नहीं कर सकता". क्योंकि आप अनंत हैं. आप कुछ भी कर सकते हैं.
___स्वामी विवेकानंद
49. जिसके पास कुछ सिखने को नहीं होता उसका जीवन मौत के समान होता है.
___स्वामी विवेकानंद
50. तुम फुटबाल के जरिये स्वर्ग के ज्यादा निकट होगे बजाय गीता के अध्ययन के.
___स्वामी विवेकानंद
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