नकारात्मक विचारों से छुटकारा कैसे पाए ? How To End Negative Thought In Hindi.

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 नकारत्मक विचारों से छुटकारा (How To End Negativity in Hindi) :- दोस्तों आज के इस लेख के माध्यम से हमलोग Nakaratmak Vicharon Se Chhutkara पाने के कुछ उपाय को जानेंगे. उम्मीद है की इस लेख को पढने के बाद आपको अपने आप को नकारत्मक सोच से मुक्त कर पाएंगे.

नकारात्मक विचारों से छुटकारा कैसे पाए


दोस्तों नकारात्मक सोच हमें मानसिक और शारीरिक दोनों ही तरीके से अस्वस्थ्य बनाता है. नकारत्मक विचारों से डर और तनाव पैदा होता है , जो धीरे-धीरे हमारे दिमाग पे हावी होते चले जाता है. इसलिए इससे जल्द-से-जल्द दूर करना चाहिए. नकारत्मक सोच अच्छे खासे लोगों के जिन्दगी को नर्क बना देती है.

यदि आपको भी कोई नकारात्मक सोच या विचार घेरे हुए है तो आज का यह आर्टिकल "नकारात्मक विचारों से छुटकारा कैसे पाए ?" आपके लिए ही है.

How To Get Rid Of Negative Thought In Hindi.

Nakaratmak Vicharon Se Chutkara 


तो दोस्तों आईये जानते हैं की नकारात्मक विचार क्या है? , कैसे आते हैं और इससे कैसे बचा जाय?

नकारात्मक विचारों से छुटकारा पाने का तरीका :-

नकारत्मक विचार क्या है? "What is Negative Thought in Hindi"


सबसे पहले नकारात्मक विचार को समझे और जाने की  आप किस भाव से ग्रसित हैं , और इसे स्वीकार करें.

  • अपने आपको हमेशा दूसरों की तुलना में कम अथवा अधिक आंकना
  • दूसरों में हमेशा खामी निकालना
  • अपने आपको हमेशा अपमानित समझना जैसे घर में कार्यक्रम के वक़्त किसी ने आपसे खाने का ना पूछा हो इस तरह के कई भाव जब आपको लगता हैं कि आपको आदर नहीं मिल रहा हैं.
  • हर व्यक्ति में कोई ना कोई कमी होती हैं लेकिन उसे दिल और दिमाग में बैठाकर अपने आपको हीन दृष्टि से देखना भी नकारत्मक भाव हैं .
  • असंतुष्ट रहना अर्थात अपने जीवन, अपने काम से लगाव ना होना .
  • छोटी सी बात में दुखी होना और अपने आपको और दुसरो को कष्ट देना.
  • किसी भी कार्य को करने से पहले उसके सकारात्मक पहलू को देखने से पहले नकारात्मक पहलू को देखना.
  • सामने आई कोई भी वस्तु जैसे भोजन अथवा वस्त्र आदि में बुराई ढूँढना.
ऐसे और भी कई कारण होते हैं जो मनुष्य को नकारात्मक विचारों का गुलाम बना लेता है. ऊपर दिए गए सभी बिन्दुओं के अनुसार अपने जीवन को आंकने की कोशिश करें . और देखें की कहीं आप भी तो इस भावना से पीड़ित नहीं हैं.

यदि ऐसा है तो अपने अन्दर की कमी को की पहचान करें और इसे स्वीकार कर अपने जीवन को सही दिशा देने की कोशिश करें.

मनुष्य का पहला कर्तव्य अपने आप के लिए होता है. वो सबसे पहले अपने लिए उतरदायी होता है . क्योंकि जबतक आप खुद खुश नहीं रहेंगे तबतक आप किसी दुसरे को खुश नहीं रख सकते हैं.

किसी का भी जीवन सामान्य नहीं हैं लेकिन अपने दुखो के लिए व्यक्ति की नकारात्मक सोच ज़िम्मेदार होती हैं . संघर्ष जीवन का एक अभिन्न हिस्सा हैं . इसे भार और दुःख की तरह लेंगे तो भगवान का दिया यह सुन्दर जीवन अभिशाप की तरह प्रतीत होगा .

अतः आवश्यक हैं कि अपने भीतर झाँककर देखे और अपनी तकलीफों को दूर करे.

नकारात्मक विचार क्यों आते हैं?

नकारात्मक सोच दो बातों से आती है, पहली जो काम या बात आप करने जा रहें हैं उसे सोच कर डर पैदा होना, और डर होने पर नकारात्मक विचार आना, जो स्वभावितक है. दुसरी बात जो काम, घटना या कोई बात हो चुकी है उसे सोच सोच कर तनाव पैदा होना, और नकारात्मक विचार आना.
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आत्मविश्वाश का कम होना नकारात्मक विचारों का जन्म देता है और नकारात्मक विचार आने पर आत्मविश्वास कम हो जाता है यह दोंनो एक ही सिक्के के दो पहलू हैं.
समस्या आने पर नकारात्मक विचार आते हैं जिसके कारण छोटी समस्या बड़ी लगने लगती हैं। यदि एक बार किसी काम में असफल हुए तो हमें बार बार लगता ही कि इस बार भी असफल होंगे। परिणाम यह होता है, या तो हम उस काम को दुबारा शरू ही नहीं करते या करते हैं तो अपने नकारात्मक विचारों के कारण असफल हो जाते हैं. जिससे हम नकारात्मक से नकारात्मक होते चले जाते हैं.

नकारात्मक सोच से छुटकारा कैसे पाए ? How To End Negative Thought In Hindi?


दोस्तों यहाँ पर नकारात्मक विचारों से छुटकारा कैसे पाए ? (How To End Negative Thought In Hindi?) इसके लिए कुछ आसान उपाय बताये गए हैं , जिसे आप बहुत ही आसानी से अपने जीवन में अपना सकते हैं.

Nakaratmak Vicharo Se Chutkara Pane Ke Upaye 


आइये दोस्तों जानते हैं कुछ ऐसी बाते जो आपको Nakaratmak vichar se dur रख सकते हैं -

Nakaratmak vichar kaise dur kare

1. सुबह की शुरुआत 

हर दिन की शुरुआत सुखी मन से करें और सुबह जल्दी जगे . सुबह जल्दी जग कर पर्यावरण का शुद्ध हवा का आनंद लें . पर्यावरण का वह समय जब सूर्य पूर्व की ओर होता हैं और पक्षियों कि आवाज़ से आकाश गुंजायामान होता हैं उस वक्त घर से बाहर निकल कर घांस पर नंगे पैर चले और जीवन के सुखद पलो को याद करे .

2. आत्मविश्वास को बढ़ाये - Increase Your Self-Confidence


नकारात्मक विचार आने का सबसे बड़ा कारण होता है आत्मविश्वास का कमजोर होना , इसलिए आप अपने आत्मविश्वास को कभी कमजोर न होने दे.

3. नकारात्मक सोच वाले व्यक्तियों से दुरी बनाये 

ऐसे लोग जो नकारात्मक सोच रखते हैं उसके साथ रहना आपकी सोच पर गहरा असर डाल सकता है. यदि आप ऐसे लोगों के साथ रहेंगे तो आपको अपनी विचार को बदलने में बहुत मुश्किल हो सकता है. अपनी नकारात्मक सोच से दूर रहने के लिए आपको नकारात्मक सोच वाले व्यक्तियों से दूर रहना ही होगा और Positive सोच वाले व्यक्तियों से दोस्ती करनी होगी.

4. योग और व्यायाम को अपने जीवन का हिस्सा बनाइये 


यदि आप योग और व्यायाम को सिर्फ शारीरिक स्वास्थ्य के लिए अच्छा समझते हैं तो ऐसा नहीं है , इससे हमारी मानसिक स्वास्थ्य भी बनी रहती है. यदि आप हर दिन 30 मिनट भी योग या प्राणायाम करते हैं तो आप खुद अपने अन्दर कुछ खास महसूस करने लगेंगे . इससे आप मानसिक और शारीरिक दोनों तरह से स्वस्थ्य रहेंगे.


5. अपने दिमाग को शांत रखें 


यदि आपने ध्यान दिया होगा तो देखे होंगे की जब हमारे दिमाग में कुछ उथल-पुथल होता है या दिमाग अशांत रहता है तभी Negative Thought हमारे दिमाग में आता है.

जब भी आपका दिमाग अशांत होता है तब आप एक जगह बैठ कर , आँख बंद करके गहरी साँस ले , इससे आपका दिमाग जल्दी शांत हो सकता है.

6. हमेशा Tension Free रहें 


टेंशन एक बहुत ही खतरनाक चीज है जो हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है . टेंशन Depression का प्रमुख कारण होता है. जो लोग ज्यादे Tension में रहते हैं वो Laughter Therepy को अपना सकते हैं.

Laughter Therepy क्या है ?

Laughter Therepy में बिना किसी वजह के भी रोजाना 10 मिनट तक हँसते रहना होता है . ऐसा करने से से आप टेंशन फ्री रहेंगे और आपमें सकारात्मकता भी आएगी. ये Laughter Therepy हमारे स्वास्थ्य के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है.

7. अपना ध्यान कहीं और लगायें 


जब भी आपको लगे की मैं नकारात्मक विचार की और जा रहा हूँ , तब आप अपना ध्यान कहीं और लगाने की कोशिश करें अर्थात ध्यान भटकाने की कोशिश करें . ऐसे में आप अपना कोई भी जो आपको पसंद हो वो काम कर सकते हैं . जैसे - किताबें पढना , खेलना , गाने सुनना , दोस्तों से साथ रहना आदि .

एक कहावत भी है - "खाली दिमाग शैतान का घर का मतलब"

इसलिए आप कभी भी खाली न बैठें.

8. हमेशा उर्जावान रहें 

आप अपने बॉडी लैंग्वेज पर ध्यान दें . कहीं आप सुस्त तो नहीं हैं . क्योंकि सुस्ती व्यक्ति में नकारात्मकता को बढाती है , इसलिए हमेशा उर्जावान रहें .

सुस्ती इंसान में नकारात्मकता को बढ़ाती हैं, इससे छुटकारा पाने के लिए आपको अपने चलने, उठने, बैठने व खाने के तरीकों पर ध्यान देना होगा.

इन चीजों पर ध्यान दे -

  •  चलते समय पैरो को न घसीटें व सीधा चलें.
  •  खाते समय आवाज़ ना निकाले व अच्छे से चबाकर खाएं.
  •  झुक कर ना बैठें, सीधा बैठे.
  •  आंखें मिलाकर बात करे झुका कर नहीं.

9. समस्या को हल करें 


आज के समय में ऐसा कोई भी नहीं है जिसे कोई समस्या नहीं है या नहीं आती है . समस्या हमारे जीवन का ही दूसरा पहलु है . इसलिए जब भी कोई समस्या आये तो समस्या पर ध्यान केंद्रित करने के बजायें समाधान खोजने में ध्यान लगाईये. सकारात्मक सोच रखते हुए जब आप समस्याओं को हल करने का तरीका खोजेंगे तो नकारात्मक विचार आना बंद हो जायेंगे.


10. बच्चों के साथ समय व्यतीत करें 


बच्चे बहुत प्यारे होते हैं . अगर आपके घर में कोई बच्चे हैं तो उसके साथ समय बिताये , उसके साथ खेलें , उनके सवालों का जवाब दें और उनके साथ बच्चा बन कर रहे . ऐसा करते वक्त आपका मन बहुत ही हल्का हो जायेगा जिससे आपके दिमाग से सारा Negativity खत्म हो जायेगा.

11. इश्वर का ध्यान करें 


बदलते ज़माने में  इश्वर पर बहुत ही काम लोग हैं जो यकीन करते हैं, पर मेरा मानना है की ईश्वर में ध्यान लगाने से आप अपने मन को focus करते है व अपनी सारी परेशानियाँ उन्हें बताते हैं . ऐसा करने से आपका मन हल्का होता है व आप अच्छा महसूस करते हैं. पूरे दिन में केवल 5 से 10 मिनट ईश्वर की उपासना करने से जीवन में उत्साह आता हैं . तो यह आप ज़रूर करे.


12. अपने आसपास के वातावरण को स्वच्छ बनाये 


अपने आसपास के चीजों को बेहतर करने की कोशिश करें . क्योंकि जहाँ हम निवास करते हैं यदि वहाँ गंदगी होगी तो वो हमारे अन्दर Negative Thoughts को जन्म देगी.

Positivity के लिए आपको अपने आसपास के चीजों को स्वच्छ बनाने की कोशिश करनी चाहिए.

तो आज के यह आर्टिकल " नकारात्मक विचार से दूर कैसे रहें " आपको कैसा लगा हमें कमेंट में जरुर बताये .

उम्मीद है की यह आर्टिकल “नकारात्मक विचारों से छुटकारा कैसे पायें ?” आपको ‘Negative Thoughts’ से छुटकारा दिलाने में पूरी मदद करेगा. बस आप अपने ऊपर विश्वास रखियें.

इसे अपने दोस्तों में भी शेयर करें ताकि वो भी जान सकें " Nakartmak Vichar Se Dur Kaise rahen ".

धन्यवाद !!


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