Motivetional Hindi Story (मुसीबत के समय साथ मत छोड़ना):- दोस्तों पेश है एक और Motivetional Story , मुसीबत के समय साथ मत छोड़ना : प्रेरणा दायक कहानी . ये कहानी एक चूहा , एक मुर्गा , एक कबूतर और एक बकरा पे आधारित है.
तो चलिए दोस्तों बिना किसी देरी के कहानी को शुरू करते हैं .
Motivetional Hindi Story(मुसीबत के समय साथ मत छोड़ना : प्रेरणा दायक कहानी)
एक कसाई था , उसके घर में एक चूहा , एक मुर्गा ,एक कबूतर और एक बकरा रहता था . इस बात से कोई अंजान नहीं है की चूहे जब घर में होता है तो क्या करता है. एक दिन कसाई बाजार से चूहा पकड़ने के लिए चूहेदानी खरीद कर लाया ताकि वो चूहा को पकड़ सके. क्योंकि चूहा कसाई को बहुत परेशान करता था.
अब जब चूहे ने ये देखा की उसको पकड़ने ने लिए चूहेदानी लाया गया है तो चूहा बहुत परेशान हो गया और सोचा की ये बात किसी से शेयर की जाय . तब चूहा सबसे पहले कबूतर के पास गया और कहा की ,भाई मैं बहुत परेशान हूँ क्योंकि कसाई मुझे पकड़ने के लिए चूहेदानी लाया है तो तुम कुछ करो.
तब कबूतर ने कहा की चूहेदानी तुम्हारे लिए आई है तो मैं क्या करूं मुझे थोड़ी न पकड़ने आई है. ये सुनकर चूहा नाराज हो गया और फिर मुर्गा के पास गया और अपनी परेशानी बताया , मुर्गा का भी वही जवाब आया की मैं क्या करूँ चूहे दानी तेरे लिए आयी है तू जान.
अपनी यह परेशानी लेकर चूहा बकरा के पास भी गया उसने भी चूहा की मदद करने से मना कर दिया. अब चूहा बहुत परेशान हो गया की अब क्या करें? जब रात हुई तो कसाई ने चूहेदानी में रोटी डालकर उसे सेट कर दिया और सोने चला गया.
आधी रात को जब खट की आवाज आई तो कसाई की पत्नी जग गयी और उसे समझ में आ गया की आज तो चूहा से छुटकारा मिल ही गया और वो उठी अँधेरे में चूहे को पकड़ने के लिए चूहेदानी में हाथ डाला तो उसमें चूहे की जगह एक जहरीला सांप था जो कसाई की पत्नी को काट लिया.
जब सांप ने उसे काट लिया तब वो गाँव के एक वेद के पास गयी तो उन्होंने उसे जहर उतारने के लिए उन्हें कबूतर का सूप पिने के लिए कहा. तब कसी घर आया और कबूतर को मार कर उसका सूप अपनी पत्नी को पिलाया जिससे उसकी पत्नी का जहर उतर गया और वो ठीक हो गयी.
जब गृहणी ठीक हो गयी तो कसाई में ख़ुशी के कारण उस दिन मुर्गा बनाने की सोचा और मुर्गा को काट कर उसका सेवन कर लिया.
ये सब बात जानकर कसाई के कुछ दोस्त आया और कसाई को दावत देने बोला तब कसाई ने अपने दोस्तों से पूछा की क्या खाया जाय तो जवाब आया बकरे को ही खाया जाय. तब कसाई ने बकरे को काटा और सभी दोस्तों को दावत खिलाया.
ये सब देखकर चूहा मुस्कुरा रहा था . कबूतर भी गया , मुर्गा भी गया और बकरा भी गया , यही वो तीनों थे जो समस्या आने पर चूहे का साथ नहीं दिया था.
सीख
इस कहानी से एक ही बात सीखने को मिलती है की जब भी कोई व्यक्ति हमारे पास आकर अपनी समस्या बताता है तो समझ लीजिये की जिन्दगी की सब कड़ी एक दुसरे के साथ जुडी हुई है. वो समस्या सिर्फ आपका या उसका नहीं है इसलिए उसे नजरंदाज न करें . साथ मिलकर समस्या का हल निकाले.
तो दोस्तों आईये हम सब साथ मिलकर चलें क्योंकि "एकता में ही बल होता है".
आपको यह कहानी "Motivetional Hindi Story : मुसीबत के समय साथ मत छोड़ना : प्रेरणा दायक कहानी "कैसी लगी हमें कमेंट में जरुर बताएं .
धन्यवाद !!