Motivetional Hindi Story : समस्या पर नहीं लक्ष्य पर ध्यान दीजिये
जब मोहन की शादी हो गयी तो उन्होंने अपनी जिमेदारी को समझते हुए एक समोसा का दुकान खोल लिया . क्योंकि मोहन समोसा शानदार बनाता था तो लोगों को उसका समोसा पसंद आ गया और दुकान एक दम चल पड़ी. रामू दुकान चलने के वजह से बहुत खुश था और तरक्की करने लगा. जिसके कारण मोहन एक नौकर भी रख लिया.
मोहन हर दिन आलू का Order बढ़ा कर देता था क्योंकि उसकी समोसा का बिक्री बढ़ता जाता था. जिस कारण एक दिन मोहन मंडी में सबसे ज्यादा आलू खरीदने वाला आदमी बन गया था.
क्योंकि मोहन बहरा था तो वो कोई News नहीं सुनता था और पढ़े लिखे नहीं होने के कारण न्यूज़ पढता भी नहीं था. बस अपनी दुकान पे ध्यान देता था . मोहन को एक बेटा था जो समय के साथ बड़ा हो गया , तब मोहन ने उसका समोसे के दुकान पे अपने साथ रखने लगा.
एक दिन बेटे ने मोहन से कहा - पिताजी आज कल News आ रही है की आर्थिक मंदी होने वाली है तो क्यों न आलू की डिमांड कम कर दी जाय और जो पैसे हैं उसे बचा कर रखा जाय. इसपर मोहन ने सोचा की बेटा पढ़ा लिखा है सब समझता है और उसने आलू मांगना कम कर दिया .
अब आलू कम मांगने के वजह से मोहन का समोसा भी कम बिकने लगा . आर्थिक मंदी के कारण मोहन निरंतर आलू मंगाना कम करता गया और उसका समोसे का बिकना भी कम होता चला गया. स्थिति ऐसी हो गयी की मोहन का दुकान बंद होने के कगार पर चला गया और आखिर कार बंद हो ही गया.
तब मोहन ने अपने बेटे से कहा की बेटा तुमने सही कहा था आर्थिक मंदी के कारण तो हमारा धंधा ही चोपट हो गया.
सीख
जबतक हम अपने लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए काम करते जाते हैं तबतक हम सफल होते हैं लेकिन जब हम किसी समस्या सामने आती है या समस्या के बारे में सुनते हैं तो हमारा ध्यान अपने लक्ष्य पर कम और समया पर ज्यादा होता है.
दोस्तों यदि हम बात करें समस्या की तो समस्या हर जगह है , हर काम में है अगर हम समस्या के बारे में सोचते रहेंगे तो समस्या हम पर विजय प्राप्त कर लेगी. जिससे आप अपने लक्ष्य से भटक जायेंगे.
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